विराट कोहली (Virat Kohli) ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट का एलान किया था. उनकी ओर से अचानक की गई इस घोषणा से हर कोई हैरान रह गया था. RCB के IPL चैंपियन बनने के बाद कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने साफ कहा था कि IPL की उपलब्धि टेस्ट क्रिकेट के सामने कुछ भी नहीं है. अब उनके इस बयान पर वेस्टइंडीज़ के धुरंधर खिलाड़ी आंद्रे रसेल (Andre Russell) ने प्रतिक्रिया दी है.
विराट ने सबको दी थी टेस्ट खेलने की सलाह, आंद्रे रसल बोले- 'उनको पैसा मिलता है'
RCB के IPL चैंपियन बनने के बाद कोहली ने साफ कहा था कि IPL की उपलब्धि टेस्ट क्रिकेट के सामने कुछ भी नहीं है. अब उनके इस बयान पर वेस्टइंडीज़ के धुरंधर खिलाड़ी आंद्रे रसेल ने प्रतिक्रिया दी है.

रसेल के मुताबिक, वेस्टइंडीज़ के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना भारत, ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड जैसी टीमों से बिल्कुल अलग अनुभव होता है. उन्होंने 'द गार्जियन' से बातचीत में कहा,
मुझे लगता है कि भारत, ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड जैसे देशों में टेस्ट खिलाड़ियों का अच्छी तरह से ख्याल रखा जाता है. ये वेस्टइंडीज़ जैसे देशों से बिल्कुल अलग होता है. उन खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए शानदार सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट्स मिलते हैं और वे बड़े-बड़े स्टेज पर खेलते हैं. जाहिर है, ऐसा मौका मिलने पर वे खेलना चाहेंगे. लेकिन वेस्टइंडीज़ के खिलाड़ी भले ही 50 या 100 टेस्ट खेल लें, फिर भी रिटायरमेंट के बाद उनके पास दिखाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं होता.
आंद्रे रसेल ने साल 2010 में वेस्टइंडीज़ के लिए टेस्ट डेब्यू किया था. हालांकि उन्होंने इस फॉर्मेट से आधिकारिक तौर पर संन्यास की घोषणा नहीं की है, लेकिन उन्हें दोबारा वेस्टइंडीज़ की टेस्ट टीम में खेलने का मौका नहीं मिला. इस पर उन्होंने कहा,
मुझे टेस्ट सेटअप से बाहर कर दिया गया था. टीम मैनेजमेंट ने मुझे एक वाइट बॉल प्लेयर के रूप में देखना शुरू कर दिया और यहीं से मेरी टेस्ट क्रिकेट की कहानी खत्म हो गई.
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जब उनसे पूछा गया कि क्या वह फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट के बदले टेस्ट क्रिकेट का लंबा करियर चुनना चाहेंगे, तो उन्होंने जवाब दिया,
ईमानदारी से कहूं तो बिल्कुल नहीं. मुझे टेस्ट क्रिकेट पर भरोसा है, लेकिन आखिर में मैं एक प्रोफेशनल हूं. ये मेरे करियर का हिस्सा नहीं था. और इसका मुझे कोई पछतावा नहीं है, क्योंकि मैंने नहीं बल्कि दूसरों ने मुझे टेस्ट क्रिकेट से दूर किया.
बता दें कि आंद्रे रसेल ने 15 नवंबर 2010 को श्रीलंका के खिलाफ अपना एकमात्र टेस्ट मैच खेला था. इस मैच की एकमात्र पारी में वह केवल दो रन बना सके थे. गेंदबाज़ी में भी उन्हें सिर्फ एक विकेट मिला था. इसके बाद से उन्हें कभी दोबारा टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला.
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